Skoda Volkswagen: 15 लाख से भी ज्यादा यूनिट बेच डाली…. लोगों की बन चुकी मनपसंद, जानिए पूरी डिटेल

Skoda Volkswagen: महिंद्रा और टाटा जैसी कारनिर्माता कंपनियों को टक्कर देते हुए Skoda Volkswagen भारत की तीसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी बन गई है. साल 2023 में कंपनी ने 15 लाख से ज्यादा यूनिट भारतीय बाजार में बेची और लोगों को इस कंपनी की गाड़ियां बेहद पसंद आ रही है.

सफलता के पीछे उनकी मार्केटिंग का हाथ है. कंपनी ने बेहद बढ़िया मार्केटिंग स्ट्रेटजी इस्तेमाल करें जिस कारण यह इतनी सारी गाड़ियां भारतीय बाजार में बेचने में कामयाब हो पाए. आज के शानदार आर्टिकल में जानते हैं Skoda Volkswagen की कार सेल से जुड़ी सारी जानकारी.

Skoda Volkswagen

Skoda Volkswagen MQB-AO-in Platform पर बिकी 3 लाख गाड़ियां:

MQB-AO-in Platform Skoda Volkswagen द्वारा शुरू किया गया एक मैन्युफैक्चरिंग प्रोग्राम है जिसके अंतर्गत कंपनी स्कोडा कुशक स्लैबिया जैसी गाड़ियां मैन्युफैक्चर करती है. साल 2023 के अंदर कंपनी ने प्लेटफार्म का इस्तेमाल करते हुए 3 लाख से ज्यादा गाड़ियां भारतीय बाजार में सेल करी.

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कंपनी क्या यह प्लेटफॉर्म बताना ज्यादा सफल रहा कि बाकी गाड़ी निर्माता कंपनी भी इसको कॉपी करने की कोशिश में लगी हुई है मगर अभी तक किसी को भी कामयाबी नहीं हासिल हुई. Skoda Volkswagen कि इस प्रोग्राम के अंतर्गत बहुत ज्यादा जॉब ऑपच्यरुनिटीज भी क्रिएट हुई जिससे इस प्लेटफार्म ने बहुत से लोगों को रोजगार भी दिया.

Skoda Volkswagen इंजन प्रोडक्शन:

शायद आप नहीं जानते होंगे कि इंजन मैन्युफैक्चरिंग का भी काम करती है. कंपनी ने 2023 में 3.8 लाख इंजन मैन्युफैक्चर करें जिसके अंदर कंपनी का पॉपुलर 1.0 लीटर का TSI इंजन भी शामिल है.

अगर आप महिंद्रा और टाटा की गाड़ियां चलाते हैं तो यह संभव है कि उन गाड़ियों के अंदर भी Skoda Volkswagen का इंजन लगा हुआ हो. कंपनी इन इंजन को फ्यूल एफिशिएंसी के हिसाब से डिजाइन करती है ताकि भारतीय सड़कों पर यह इंजन ज्यादा से ज्यादा माइलेज प्रदान कर सके.

Skoda Volkswagen के Exports:

कंपनी की सेल का ज्यादातर हिस्सा विदेशी बाजार में अपनी गाड़ियों को export करके आता है. कंपनी ने साल 2023 के अंदर अपने 30% भारत में बने गाड़ियों के मॉडल 40 से ज्यादा विदेशी देश में एक्सपोर्ट किए थे. 30% एक्सपोर्ट करने के बाद यह कंपनी भारत की चौथी सबसे बड़ी एक्सपोर्ट हब कंपनी बन गई. कंपनी के CEO ने अपने भावनाओं को एक्सप्रेस करते हुए बताया कि वे इस कंपनी को भारत की नंबर वन गाड़ी निर्माता कंपनी बनाना चाहते हैं और भारत में रोजगार भी प्रदान करना चाहते हैं.

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